नारी शक्ति को प्रणाम
हार गई तुम मैच तो क्या, दिल सभी का जीत गई। हिंदुस्तान में हलचल कर, घर-घर की प्रीत भई।। @प्रदीप
Read Moreहार गई तुम मैच तो क्या, दिल सभी का जीत गई। हिंदुस्तान में हलचल कर, घर-घर की प्रीत भई।। @प्रदीप
Read Moreवर्ष 2013 की आपदा पर लिखी मेरी कविता कुदरत का कहर बरस गया प्यारा पहाड़ खण्ड-खण्ड हो गया देवभूमि की
Read Moreमिश्रित अवधी भाषा मे एक हास्य-कविता का प्रयास….. सुंदर भैया करैं तैयारी, जाइके इलाहाबाद बाप रहे अधियाँरे मे, बेटा बिजली
Read Moreपृथ्वी छंद, विधान-[ जगण सगण जगण सगण यगण+लघु गुरु] (121 112 12, 1 112 122 12) 17 वर्ण,यति 8,9 वर्णों
Read Moreकई गलतफहमियाँ दरकिनार करनी पडती हैं दुखों की घड़ियाँ साथ की सुई से टांकनी पड़ती हैं सरे राह गला पकड़
Read Moreकिसान का बेटा बोला माँ से, उलझन मेरी सुलझादो न। नेता कैसे बनते है ? मईया मुझे बतादो न।। मुस्कुराकर
Read Moreसावन आया….. ~~~~~~~ सावन आया – सावन आया साथ में राग मल्हार लाया मेघों संग पेड़ों पर पड़ गये गोरी
Read Moreकभी था बरगद का पेड़ वहाँ लगता जैसे काँपती सूरज की तपन बच्चें-बुढ़े और युवाओंकी मण्डली जमाये रहती थीं चौपाल
Read Moreकरघा व्यर्थ हुआ कबीर ने बुनना छोड़ दिया । काशी में नंगों का बहुमत , अब चादर
Read More