ये नीर नहीं है, आंसू हैं
ये नीर नहीं है, आंसू हैं, जो इन आंखों से बहते हैं, क्या वही पुराने लोग हैं जो, सदियों से
Read Moreये नीर नहीं है, आंसू हैं, जो इन आंखों से बहते हैं, क्या वही पुराने लोग हैं जो, सदियों से
Read Moreसैर करते हुए मैं जैसे ही दाहिनी ओर मुड़ी सहसा प्रकृति का परिदृश्य परिवर्तित हो गया दाहिनी ओर से लालिमा
Read More* ऐ मेरी देश की बहरी सरकार ! भला कब तक तू निंदा का राग यूँ अलापेगी? क्लीव हो चुके
Read Moreइस देश में जो हो रहा कैसे सुनाएँ हम जो जख्म हमको मिल रहे किसको दिखाएँ हम साथी हमारे सह
Read Moreनृत्य का आनन्द सागर, ईश्वर की है साधना, क्या रखा है मन्दिरों में, नृत्य से आराधना। कुछ रहे वंचित यहाँ,
Read Moreहमसे पूछो कि कौन रही? लाल बत्ती, एक दागी विधायक————— जब अपने फार्म हाऊस पे, किसी अबला का रेप कर
Read Moreमधुर राग मधुर प्राणमय बन जाओ बहती सुगन्धित मारूत बन जाओ नया हास , नया मधुमास बन तुम जीवन को
Read Moreकतरा-कतरा पिघल रही हैं आहें तेरी यादों की , जी चाहे साँसों में भर लूँ खुशबू तेरी चाहत की। टकरा
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