कविता – सैनिक
तुमने माँ का कर्ज चुकाया, हो तुम माँ के सच्चे लाल। सीमा पर दिखाई हिम्मत, परिवार का है नहीं मलाल
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Read Moreमित्रता-दिवस पर विशेष कविता सत्पथ पर चलना सिखलाए, आपद्काल में साथ न छोड़े। वह ही सच्चा मित्र है जो किंचित्
Read Moreआज हमारे देश की कैसी हालत बन गई है——। देशद्रोहीयों के कारण कैसी हालत बन गई है। यहाँ लुट- घसोट
Read Moreन आना लौटकर कि… रोशन हो चुका है मेरे अंतस का कोना -कोना बिन तुम्हारे । न आना लौटकर कि….
Read Moreकभी -कभी लगता …है जी भर रो लूँ ताकि …..बहा ..सकूँ आँसुओं संग तुम्हारी मोहब्बत… की तपिश और दे आँऊ तिलांजलि तुम्हारी कड़वी
Read Moreबड़ा बुझदिल पड़ोसी है नहीं सम्मान जो जाने कायर की तरह भौके नहीं अरमान जो जाने भरे नफरत सदा विषधर
Read Moreरात ने छीन ली रवि की रश्मियाँ चाँद फिर ठिठक कर रोशनी में नहाता रहा चाहता था आज वक्त को
Read Moreमर जायेगा वो इन्सान, अपने मानसिक तनाव से, कुन्ठित हो जायेगा वह इन्सान, इस जगह पर, सिकुड़ जायेगी, मानसिक मांसपेशियां,
Read Moreजब मिलता है प्यार कहीं तो प्यार जताना पड़ता है। दिल से दिल मिल जाता तो दिल लगाना पड़ता है।
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