कविता

सुरीली दस्तक है मित्रता

मित्रता-दिवस पर विशेष कविता

सत्पथ पर चलना सिखलाए,
आपद्काल में साथ न छोड़े।
वह ही सच्चा मित्र है जो किंचित् ,
मीत के हित से मुंहं न मोड़े॥

 

 

दुखों के अथाह सागर में मित्रता ही,
साथ देकर पार करवाने वाली नैय्या है।
रिश्तों की नाज़ुकता समझाने वाली,
विश्वास के योग्य खिवैया है॥

 

 

मित्रता हर पल फुहार का झरना है,
मित्रता जीवन का अनमोल गहना है।
फूलों की महकीली-सी मुस्कान है,
एक सजीला विश्वास है कि कोई अपना है॥

 

 

मित्रता गहरे समंदर-सा एक रिश्ता है,
सच्चा मित्र ही तो सच्चा फ़रिश्ता है।
जीवन के वीरान सहरा में,
सुंदर-सुरभित गुलिस्तां है॥

 

 

इन्द्रधनुषी रंगों की चमक है मित्रता,
सूरज की किरणों की दमक है मित्रता।
जीवन की सूनी-उदास राहों में,
खुशियों की सुरीली दस्तक है मित्रता॥

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

8 thoughts on “सुरीली दस्तक है मित्रता

  • Man Mohan Kumar Arya

    बहुत सूंदर ह्रदय को छु लेने वाली रचना। सादर।

    • लीला तिवानी

      प्रिय मनमोहन भाई जी, अति सुंदर, सार्थक व प्रोत्साहक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • shraddhey bahanji / kawita bahut badhiya lagi / dhanywad !

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकुमार भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकुमार भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लीला बहन , मित्रता पर लिखी कविता बहुत अछि लगी .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लीला बहन , मित्रता पर लिखी कविता बहुत अछि लगी .

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