दहलीज़ और किवाड़
मेरे मकां के किवाड़ और दहलीज़ गवाही देते हैं खुशी और गमों की लटकता तोता ऊन का नयापन दिखाये दिखाये
Read Moreमेरे मकां के किवाड़ और दहलीज़ गवाही देते हैं खुशी और गमों की लटकता तोता ऊन का नयापन दिखाये दिखाये
Read Moreमन की बात बताऊँ उस बहन को बहुत सुकून मिलता है जिसका भाई पापा को अपना पापा कहकर उनकी हिफाजत करता है
Read Moreतुम कुछ कहो या ना कहो फिर भी तुम्हें ही सुनती हूँ मैं तुम साथ रहो या ना रहो फिर
Read Moreवृक्ष को देखा मैने उसने अपने ऊपर बना रखी हो जैसे पक्षियों की होटल गर्मी में आसरा तलाशते राहगीर कभी खुद को तो
Read Moreनित नित भार संपोलो का जो सहती है विचलित सी भारत माता अब कहती है बहुत हुआ पर और सहन
Read Moreनामुमकिन सा है अब तो मिलना उनसे ऐ हवा तू ही अब उनका पता देना इश्क ने जख्म दिये है
Read More32 मात्रिक छंद / समान सवैया / सवाई छंद कलुष हृदय में वास बना माँ, श्वेत पद्म सा निर्मल कर
Read Moreख़ामोशियों की भी अपनी एक ज़ुबान होती है कुछ ना कहकर भी सब कुछ कह देती है ख़ामोशी दिल को
Read Moreठीक उसी तरह जैसे अपने अनुभबों,एहसासों ,बिचारों को यथार्थ रूप में अभिब्यक्त करने के लिए जब जब मैनें लेखनी का
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