बासुदेव अग्रवाल

कवितापद्य साहित्य

मनविश्राम छंद “माखन लीला”

माखन श्याम चुरा नित ही, कछु खावत कछु लिपटावै। ग्वाल सखा सह धूम करे, यमुना तट गउन चरावै।। फोड़त माखन

Read More
कवितापद्य साहित्य

मधुमती छंद “मधुवन महके”

मधुवन महके। शुक पिक चहके।। जन-मन सरसे। मधु रस बरसे।। ब्रज-रज उजली। कलि कलि मचली।। गलि गलि सुर है। गिरधर

Read More
कविता

पुट छंद “रामनवमी”

पुट छंद “रामनवमी” नवम तिथि सुहानी, चैत्र मासा। अवधपति करेंगे, ताप नासा।। सकल गुण निधाना, दुःख हारे। चरण सर नवाएँ,

Read More
कविताकुण्डली/छंद

अहीर छंद “प्रदूषण”

अहीर छंद “प्रदूषण” बढ़ा प्रदूषण जोर। इसका कहीं न छोर।। संकट ये अति घोर। मचा चतुर्दिक शोर।। यह दावानल आग।

Read More
कविताकुण्डली/छंद

32 मात्रिक छंद “जाग उठो हे वीर जवानों”

समान सवैया / सवाई छंद / 32 मात्रिक छंद जाग उठो हे वीर जवानों, तुमने अब तक बहुत सहा है।

Read More
कवितापद्य साहित्य

रास छंद “कृष्णावतार”

रास छंद “कृष्णावतार” हाथों में थी, मात पिता के, सांकलियाँ। घोर घटा में, कड़क रही थी, दामिनियाँ। हाथ हाथ को,

Read More