क्या बताऊँ यार ? लघु कथा
भोलानाथ शर्मा जी को अमेरिका में रहते तीस वर्ष हो गए थे | उनके एक लड़की और एक लड़का था
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Read Moreरूबी को उदास देख कर उसकी दादी ने प्यार से सर पर हाथ फेरा। रूबी ने उनका हाथ थाम कर
Read More”राम-राम छमिया मौसी.”सुनील ने काठगाड़ी पकड़कर हौले-हौले चलती छमिया मौसी को देखकर कहा. ”आयुष्मान, बुद्धिमान, सेवामान भव बेटा.” छमिया मौसी
Read Moreशेरू पुरा गाँव में कभी भी अमन शान्ति नहीं रही थी। इस गांव के मुसलमानों हिन्दुओं और सिखों में हमेशा
Read Moreपण्डित भगवानदास जी का भरापूरा परिवार है। परिवार में सात बेटे, बेटों की पत्नीयाँ। पन्द्रह पोते-पोतियों की किलकारियों के संगीत
Read Moreकाजल बड़ी तेजी से चलती हुई बस स्टॉप की तरफ बढ़ रही थी । उसे कॉलेज जल्द से जल्द पहुंचना
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