ग़ज़ल
एक बढ़िया ग़ज़ल का अनुमान है।ग़ज़ल में उतारना भगवान है।खूवसूरत मुखड़े को हम क्या कहें?रौशनी की रौशनी पहचान है।देखनी जन्नत
Read Moreखग भरता ऊँची उड़ान हैलेश न पंखों में थकान है पाना है गंतव्य सुनिश्चितचुनौतियों से सावधान है थोड़ा नभ, थोड़ा
Read Moreरातों को हमें नींद अब आती ही कहां हैनजरों में समाकर दिल में उतर गया कोई पनघट भी है उदास
Read Moreमारकाट, मारामारी हैदिन में छायी अँधियारी है बढ़ा प्रभाव झूठ का इतनाहुआ सत्य पर ही भारी है दृष्टि मछलियों पर
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