“मुक्तक”
मापनी- 2221 2212 2….. रहती है खुशी किस गली में खिलते हैं पुष्प भी कली में कोई तो बताए वो
Read Moreदोहा *अपने पुरखों ने कही,बड़ी तथ्य की बात ।* *व्यर्थ खर्च करना नही,व्यर्थ स्वयं से घात ।।* रोला व्यर्थ स्वयं
Read Moreमिट्टी को कंचन करे, नहीं लगाता देर। दिखा रहा है आइना, समय-समय का फेर।१। समय-समय की बात है, समय-समय के
Read Moreभीगी पलकों से ख्वाब चुराना तो अदा है, भंवरें का फूल से पराग चुराना तो अदा है। तुम क्या जानो
Read Moreपावन पर्व राखी पर कता का प्रयास सजा कर थाल में कंकू, बहन की आ गई राखी लगा कर
Read Moreमेरे हँसने और रोने में तुम्हारा ही नाम आयेगा दिल तोड़ दो या जोड़ दो तुम्हारे ही काम आयेगा अपना
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