अनमोल मोती
स्वेद परिश्रमी का गौरव गान, अन्नदाता किसान का सम्मान, हीरे जवाहरात बेशकीमती, बूंद बूंद झरते अनमोल मोती।। माटी में पसीने
Read Moreस्वेद परिश्रमी का गौरव गान, अन्नदाता किसान का सम्मान, हीरे जवाहरात बेशकीमती, बूंद बूंद झरते अनमोल मोती।। माटी में पसीने
Read Moreमैं हूं हिंदी की भूली बिसरी किताब, कभी था मेरा रूप रंग लाजवाब, जिल्द फटी, मूडे, मोडे हुए पन्ने, बिखरने
Read Moreसियासत को ज़माने की अभीभी न समझ सके तुम तो।दर्द है सीने में मगर, चहरे परमुस्कान सजा ली मैं ने।सारा
Read Moreसफलता दिलाने वाले,उम्मीद बनाएं रखने पर,विश्वास रखते हैं।सम्पूर्ण व्यवहार से लबालब भरी हुई,खुशियां से भरपूर दिखते हैं। हमें आगे बढ़ने
Read Moreसदियों का संतापअब ठहर सा गया है।घरौंदो से निकल करआधुनिकता की दहलीज़ परबह सा गया है।तराशा हुआ आदमीमहानगर की गुलामगिरी
Read Moreछलकाती रस से भर गगरीकरती दूर व्यथाएँकहाँ गईं कविताएँ ? मधुरस भरकर,कटि पर रखकरमटक – मटक छलकातीसुर, लय ताल मेंयुगलबंदी
Read Moreभारतवासियों की निराली पहचान है हिंदी,राष्ट्र की आन, बान, शान, अभिमान हैं हिंदी,जन-जन की सरस अभिव्यक्ति प्राण हैं हिंदी,विश्व में
Read Moreउचित नहीं है नफे और नुकसान कीपरवाह किए बिना निश्चिंत रहना,जानकारी हमें आगाह करता हैआगे की राह बताता है,नहीं भटकाता
Read Moreकाश भगवान भी इक्क नया गोकुल बसातेपर उसमें गोपियाँ ग्वाले कान्हां कहाँ से लातेगऊ माता की जो करते थे दिन
Read Moreहिंदी बहु संख्यकों की बोली है ।सब जनों के मन में पलने दो।है उदार जग-जन के मन में यहसबको गले
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