आपरेशन चूड़ी-बिंदी
अभी-अभी यमराज का फोन आयाक्या ये सच है प्रभु! जो मेरे चेले ने बताया?मैंने झुंझलाते हुए कहा –मुझे क्या पता
Read Moreअभी-अभी यमराज का फोन आयाक्या ये सच है प्रभु! जो मेरे चेले ने बताया?मैंने झुंझलाते हुए कहा –मुझे क्या पता
Read Moreसुबह-सुबह मित्र यमराज का संदेश आया प्रभु! मेरे मन में आखिर ये विचार क्यों आया? आखिर हम किस पर विश्वास
Read Moreजो संवेदना हीन होते हैं, वे न रो पाते हैं,न उनके भीतर कोई दर्द जागता है,न आंसू की कोई नमी
Read Moreसगे की छाती रौंद कर, मकान खड़ा किया,मिट्टी की दीवारों में अपनों का शोर दबा दिया। वो समझा जीत गया,
Read Moreअच्छा! तुम ही हो!लेती रहती हो ,औरों से मेरी ख़बर। अच्छा ! तुम ही हो!पूछती रहती होगैरों से मेरा घर
Read Moreकल देर रात भागा-भागा यमराज मेरे पास आया और मुझे झिंझोड़ते हुए कहने लगा, प्रभु जी! नींद से बाहर निकलिए
Read Moreजब बहा पहलगाम में निर्दोषों का खून,उठा तब भारत में प्रतिशोध का जुनून,आँखों में ज्वाला, सीने में गुरूर,यहीं से शुरू
Read Moreहर दर्द, हर जश्न, हर आह, हर फिक्र,अब पोस्ट की शक्ल में, दुनिया को नज़र आता है।जो दिल की बात
Read Moreहर चेहरा अब सवालों में घिरा,हर कदम पर शंका का साया,ईमानदारी की चादर इतनी पतली,कि आर-पार दिख जाए दुनिया का
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