लघुकथा -लगाव
“वाह क्या खुशबू आ रही है, क्या बन रहा है भाभी जी?” अंदर घुसते ही सोहन ने लंबी सांस लेते
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Read Moreहिसाब-किताब शादी के बाद पहली बार मायके आई रश्मि से उसकी दादी ने पूछा, “बेटा इस महिने सेलरी के पैसे दामाद
Read Moreसाक्षात्कार “यदि आपकी मासिक आय 1 लाख रुपए है और आपका टोटल खर्च 70 हजार रुपए है, तो महीने के
Read Moreप्रत्युपकार “यार रमेश, तुम डॉक्टर साहब के यहाँ एक कंपाउंडर हो, सर्वेंट नहीं, फिर भी मैं देखता हूँ कि तुम
Read Moreसांझ हो चली थी,अंधेरों की काली छाया धीरे-धीरे अपना पाँव पसार रही थी,पंछियाँ अपने घोसलों को लौट रही थीं। मंदिरों
Read Moreबेहद थके उदास कदमों से घर लौटे अब्दुल मुंह लटकाकर बैठ गए।सुबकते हुए सकीना उनकी ओर गिलास बढ़ाकर बोली-थोड़ा सा
Read Moreआभासी संवाद का सिलसिला पहली मुलाकात तक आ पहुंचा।जब रितेश और करुणा पहली बार मिले थे। यूं तो दोनों के
Read Moreबिल्कुल सरल स्वभाव , छोटा कद, सरलता की मूरत और मधुरता का रस लेकिन जब वह बोलती तो उसका व्यवहार
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