झूठी जिद
“कब से रोए जा रही है गुड़िया। कैसी मां हो? जब देखो रुलाती रहती हो।” मालती जी बहू सुमन को
Read Moreशहर के नेता नरेश भान ने शाम को अपने दोनों बेटों को बुलाकर कहा-” कल के बंद की अगुवाई करने
Read Moreघर में पिछले दिन से न आटा था और न ही कुछ और था खाने के लिए । मुफलिसी के
Read Moreबधाई तो बनती है “अरे भई, सौवीं सालगिरह मेरी है। सेंचुरी मैंने मारी है, पर
Read Moreयोगिता को अच्छी ससुराल मिली। हरीश के रूप में मन-माफिक नौकरीपेशा पति मिला। शादी के साल भर बाद माँ बन
Read Moreआखिर उस दिन देवव्रत को अपने पिता शांतनु के चिंतित रहने का कारण पता चल ही गया। उसने आजीवन अविवाहित
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