द्विगुणित सुंदर छंद हिन्दी प्रियतम भाषा, बोले भारत वासी। वाणी मीठी जानो, निज अभिमान सुहासी। जैसे देशी घी की, खुशबू
Read Moreद्विगुणित सुंदर छंद हिन्दी प्रियतम भाषा, बोले भारत वासी। वाणी मीठी जानो, निज अभिमान सुहासी। जैसे देशी घी की, खुशबू
Read Moreपुण्य कर्म जब उदयित होते, जीवन निज सार्थक होता, मानवता ही धर्म मनुज का, सहज मिटे भव-भव गोता, पूजन, वंदन,
Read More(मन हरण घनाक्षरी छंद)चैत्र नवरात्रे आए, “आनंद” उमंग छाए,दिन अति विशेष है, मैया को मनाइए ।पावन उत्सव आया, खुशियों का
Read Moreनन्हा सा बालक जब रोता, आंचल में छुप चुप होता। ममता की छाया में सोता, भरता सुख सागर गोता।। गोदी
Read Moreमाया की माया गजब, किसको करें दुलारकभी भतीजे पर लुटें, कभी भ्रात से प्यारकभी भ्रात से प्यार,बदल जाती हैं चीजेंउन्हें
Read More