शरारतें
करना खूब शरारतें, मौज मिले आनंद। बचपन की नटखट हँसी, जीवन हो स्वच्छंद।। जीवन हो स्वच्छंद, जिंदगी महके चहके। पढ़ो
Read Moreभगीरथी गंगा भू पर, आई देखो रुमक-झुमक। बधाइयां लो सकल सुजन, सुजला सुफला संरक्षक।। जीवन दात्री का आँचल, डालो मत
Read Moreजंगल, पर्वत करुण रुदन, ताल सरोवर अवरोधन। स्वार्थी मनु करता निज हित, धरती माता का दोहन।। पक्षी घुमते इधर-उधर, कहाँ
Read Moreजुग जुग जीना सैनिक तुम, भारत माता के प्रियतम। धीरज देता सदा सुफल, साहस का तुम हो उद्गम। समझे कडवे
Read Moreसंकट आया देश पर, सेना पर विश्वास। बलशाली चौकस खड़े, दुश्मन का संत्रास।। दुश्मन का संत्रास, भीति से थरथर काँपे।
Read Moreधर्म कर्म का हो चिंतन,अंतस निर्मल हो पावन। गंगा यमुना परम सुजल, पापों का कर परिमार्जन। भारत माँ का हो
Read Moreदुष्टों का खात्मा करो, जड़ से मिटे बुखार। ड़र के मारे काँपते, कायर वे मक्कार।। कायर वे मक्कार, मिटाये अब
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