क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 10/01/202412/01/2024 नींद इन आँखों में बैरी नींद न आई पूरी रात गुजर गई ख्वाबों में कुछ ऐसे ख्वाब जो पूरे न हुए Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 07/01/202407/01/2024 ठण्ड ठण्ड तो आलसी निठल्ले भरे पेट वालों के लिए है खाली पेट तो अल्ल सुबह ही निकल जाता है रोटी Read More
क्षणिका *लीला तिवानी 02/01/202431/12/2023 क्षणिकाएँ 1- कल्पना का संसारकल्पना से आकांक्षा उपजै,आकांक्षा से आविष्कार,आविष्कार से फिर आकांक्षा हो,आकांक्षा से कल्पित संसार।कल्पना के संसार को,अल्पना का Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 24/12/202328/12/2023 क्षणिकाएँ 1- तलाशता हूँ आज आदमी को आदमी न जाने कहाँ खो गया जिस चेहरे को भी देखता हूँ आदमी की Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 19/12/202319/12/2023 कमी हम में ही कोई कमी थी जो तुमनें किनारा कर लिया हमनें तो हमेशा तुम्हारी कमियों को स्वीकारा काश एक Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 20/11/202320/11/2023 क्षणिका हमनें रोज बदलते देखा इंसा को उसके लहजे उसकी बातों को Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 28/10/2023 कार्तिक पूर्णिमा न खुला अम्बर न खुली छत है चाँद मुस्कुरा रहा फेंक रहा अपनी चांदनी बरसा रहा अमृत कैसे पाऊं यह Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 10/10/202310/10/2023 बहुरूपिया रंगों की परत दर परत चेहरे पर इस कदर चढ़ा ली है आदमी ने आदमी कम बहुरूपिया ज्यादा नजर आता Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 06/10/202306/10/2023 तवायफ कौन है ऐसा जो पैसों पर नाचे नहीं इलज़ाम तवायफो के कोठे पर ही क्यों कोठे पर उसको बैठाया किसने Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 27/09/202327/09/2023 दाग हर दामन दागदार है बता कोई ऐसा दामन जो बेदाग हो चाँद जो बेहद खूबसूरत है उसमें भी दाग है Read More