कठपुतली
उंगलियों पर नाचती कठपुतलियाँ पर्दे के पीछे बैठा नचाता उन्हें कोई और है उसके इशारे पर मरती कटती यही हैं
Read Moreहैरान परेशान भटक रहा इस बियावान में ऐसे जैसे मृग फटकता फिरता जंगल जंगल खोजे उस कस्तूरी को छुपी हुई
Read Moreअक्सर आदतन/ तथाकथित बुद्धिजीवी / सुशोभित करते हैं / अपनी बुद्धिमता से/ चमचों और भक्तों की सीमाएं / और …इनकी
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