बुद्धि
बड़े बड़े हैं बुद्धि प्रदाता।हमको समझ कहाँ कुछ आता।।गणपति लीला जिसने जानी।कहलाता वो ही है ज्ञानी।।अज्ञानी मैं तुम मम
Read Moreराधा जी के रोम-रोम में बसे कमलनयन, गोविंद ही भरतार,कान्हा की धड़कन है राधा, जोड़ी को करते हम नमस्कार ।कृष्ण
Read Moreआपके बिना, श्याम लागे आधेजय-जय, जय-जय, श्री राधे।। श्री वृषभानु जी, की राज दुलारीसर्व दुःखों से, वह तारणहारीदर्शन कर, भक्तों
Read Moreगजानना “आनंद” कर, रिद्धि सिद्धि के दाता ।वंदन है प्रिय आपको, मंगल करण विधाता ।।शिव जी भोले है पिता, जगदंबे
Read Moreहे योगी,हे योगेश्वर, तुझको सत-सत नमन हैहे मुरलीवाले,बंशीवाले ले लो अपनी शरण है। हे भक्तवत्सल,हे दीनानाथ तू ही मनमोहन हैहे
Read Moreघर – घर बाजें मधुर शहनाईजन्में नटखट कृष्ण कन्हाई।जन – मन में छाया हर्षोल्लासनगर-नगर बांटी मिश्री मिठाई।। सजी-धजी मोहक मथुरा
Read Moreवो शिव हैं, वो सत्य हैं, वो ही पालनहारदेवाधिदेव हैं महादेव वो जगत के आधारहै भस्म अंग, गल भुजंग वो
Read Moreजटा विराज गंगधार शीश चंद्र सोहते।निहारते स्वरूप तेज तीन लोक मोहते।।विराजमान कंठ नाग है त्रिशूल हाथ में।जहाँ–जहाँ चले शिवा सदैव
Read Moreलो जी फिर सावन मास आ गया सोच विचार अब त्याग दो, हम सब भोले के धाम चलें आओ! चलो
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