जीवन आह्वान
हे राम राम हे राम राम हे राम राम रघुनंदन कोटि कोटि प्रणम्य करूँ मैं दुख भय भंजन अविरल अनुपम
Read Moreहे राम राम हे राम राम हे राम राम रघुनंदन कोटि कोटि प्रणम्य करूँ मैं दुख भय भंजन अविरल अनुपम
Read Moreमातु शारदे,नमन् कर रहा,तेरा नित अभिनंदन है। ज्ञान की देवी,हंसवाहिनी,तू माथे का चंदन है ।। अक्षर जन्मा है तुझसे ही,
Read Moreनमन करते हम हे शारदे माँ। भक्ति हमारी स्वीकार ले माँ। हम अबोध संतान तुम्हारी, ज्ञान हमे देकर उपहार दे
Read Moreहे मात सरस्वती आय विराजो मेरे कंठन में करुणा करके मां आज विराजो मेरे कंठन में- 1.तुम हो विद्यादायिनि देवी
Read Moreचले वसंती बयार, छाया सबपे खुमार, होकर हंस सवार, आई चन्द्रकांति माँ। छेड़ दी वीणा की तार, झंकृत हुआ संसार, छाई खुशियाँ अपार, आई
Read Moreमुझे अपना मीत बनाओ मेरे कान्हा जी, मुझे भी सखियों के संग रिझाओ मेरे कान्हा जी, मुझे भी रासिको का
Read Moreहे ईश्वर ! मैं निज स्वार्थ को मिटा दूं । इस दुनिया में प्रेम का दीप जला दूं ।। लेकर
Read Moreमें खड़ी हूँ दर पे तेरे कर ले तू साज श्रृंगार। आज गौर वर्ण माँ गौरी चन्द्रदीप्ति भरा संसार।। माँ
Read Moreॐ ह्रीं दुंदुर्गाये नमः, नमस्कार स्वीकार करो ! मुझे भँवर से पार करो माँ, तुम मेरा उद्धार करो । धूं
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