भोले भंडारी
कैसी अदभुत छॅंटा निराली! नंदी पर करते असवारी !! गले लपेटे विषधर भारी! कहलाते हैं वो त्रिपुरारी !! जो भी
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Read Moreशिव शंकर में जटा विराजे, सर पर चाँद लगाते हैं। सीधे-सादे भोले भाले, महादेव कहलाते हैं।। जो भी माँगो सच्चे
Read Moreशिव शंकर को जो भी पूजे, मन वांछित फल पाते हैं। औघड़ दानी शिव भोला है, जल्दी खुश हो जाते
Read Moreहे राम राम हे राम राम हे राम राम रघुनंदन कोटि कोटि प्रणम्य करूँ मैं दुख भय भंजन अविरल अनुपम
Read Moreमातु शारदे,नमन् कर रहा,तेरा नित अभिनंदन है। ज्ञान की देवी,हंसवाहिनी,तू माथे का चंदन है ।। अक्षर जन्मा है तुझसे ही,
Read Moreनमन करते हम हे शारदे माँ। भक्ति हमारी स्वीकार ले माँ। हम अबोध संतान तुम्हारी, ज्ञान हमे देकर उपहार दे
Read Moreहे मात सरस्वती आय विराजो मेरे कंठन में करुणा करके मां आज विराजो मेरे कंठन में- 1.तुम हो विद्यादायिनि देवी
Read Moreचले वसंती बयार, छाया सबपे खुमार, होकर हंस सवार, आई चन्द्रकांति माँ। छेड़ दी वीणा की तार, झंकृत हुआ संसार, छाई खुशियाँ अपार, आई
Read Moreमुझे अपना मीत बनाओ मेरे कान्हा जी, मुझे भी सखियों के संग रिझाओ मेरे कान्हा जी, मुझे भी रासिको का
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