बालगीत – सड़क
अपनी मंजिल तक पहुँचाती।सरके नहीं सड़क कहलातीं।। दिन – रातों में चलते राही।यात्रा करें सभी मनचाही।।वहीं पड़ी वह कहीं न
Read Moreअपनी मंजिल तक पहुँचाती।सरके नहीं सड़क कहलातीं।। दिन – रातों में चलते राही।यात्रा करें सभी मनचाही।।वहीं पड़ी वह कहीं न
Read Moreगर्मी आई,आंधी आई,उड़ रही है धूल।आ पहुंचे हैं फल रसीले,जो रखेंगे तुमको कूल।। लगता सेठ जी जैसा,हरा भरा तरबूज।मीठा मीठा
Read Moreरूपाली और दिनेश को अपने घर की ओर आते देख कर भारती समझ गयी कि वे दोनों प्रदीप के घर
Read Moreहम बच्चे स्कूल चलेंगेउम्मीदों के साथ चलेंगे ।मीत बनेंगे प्यारे-प्यारे,हंसते गाते रोज़ मिलेंगे । खेल-खेल में खूब पढ़ेंगे ।जीवन अपना
Read Moreअभिभावक (शिक्षक एवं माता पिता, बड़े भाई बहन आदि परिजन) के रूप में ध्यान दें कि आठवीं की कल अंतिम
Read Moreएक टीचर ने क्लास के सभी बच्चों को एक-एक स्वादिष्ट टॉफ़ी दी और फिर एक अजीब बात कही* सुनो, बच्चो
Read Moreआहा! कितना प्यारा झूला।लगा पार्क में न्यारा झूला। विद्यालय से छुट्टी पाकरशाम को झूला झूलूँ आकरकई बाल साथी आ जातेरखता
Read Moreआन बान पर अड़ने वाले,बाधाओं से लड़ने वाले।पथ पर आगे बढ़ने वाले,हम हैं बालक वीर मतवाले। मन के भोले भाले
Read Moreअद्भुत अनुपम भारत मेरा।प्रचुर सम्पदा का शुभ घेरा।। कलरव करतीं यमुना गंगा।फहराता है सदा तिरंगा।।देव – देवियाँ करतीं फेरा।अद्भुत अनुपम
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