आज का श्रवण कुमार
रामपुर में रतन अपनी दादी के साथ रहता था। पाँच बरस पहले जब वह सिर्फ सात साल का था, तभी
Read Moreरामपुर में रतन अपनी दादी के साथ रहता था। पाँच बरस पहले जब वह सिर्फ सात साल का था, तभी
Read Moreश्वेता को पिछले साल की होली याद थी। कभी नहीं भूल सकती उस होली-हुड़दंग को।
Read Moreशुभम आज बहुत खुश था। और क्यों न हो! आज पापा उसको घूमाने लेकर जाने वाले थे। वह घूमने जाने
Read Moreएक बार जंगल के अंदर जानवरों से बोला बंदर आया होली का त्योहार मिलजुल चलो, मनाएँ यार सभी रहेंगे नशे
Read Moreजय जवान, जय किसान,दोनों का है काम समान,जवान देश का रक्षादाता,अन्नदाता है किसान महान।भेदभाव की कारा तोड़ो,भारत जोड़ो, भारत जोड़ो,संस्कृति
Read Moreभारत मां हम बालक तेरे,सेवा का संकल्प लिया है,संकल्प से सिद्धि मिलती है,इस पथ का अनुसरण किया है।परिवर्तन का आह्वान
Read Moreमां मुझको तू शिवा बना दे,छोटी-सी तलवार दिला दे,दुश्मनों का काल बनूंगा,अपने देश की ढाल बनूंगा।जब रक्षा का प्रश्न उठेगा,तेरा
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