बालकहानी : श्रीराम का अभिनय
हर साल की तरह इस साल भी दशहरा के अवसर पर श्रीरामलीला का मंचन होना था। आसपास के क्षेत्र में
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Read Moreरुनक-झुनक नाचें गणपति लाला गौरां मैय्या खुश पिता शिव हैं निहाला 1.गणपति के सिर मुकुट सुहाना जो देखे हो जाए
Read Moreअभिनंदन हे गणपति देवा, मन-आसन तैयार, आके विराजो हे विघ्नविनाशक, प्राणों के आधार. प्रथमै पूजन होता तेरा, तीन लोक के
Read Moreमुझको तोता कह सकते हो, संग मेरे बतिया सकते हो, अपनी प्रशंसा जो खुद करता, मिट्ठू मियां उसे क्यों कहते
Read Moreहम सुमनों की अजब कहानी, क्षणभंगुर है अपनी जवानी। भंवरे खुशबू ले जाते हैं, पत्ते झड़ें जब गिरता पानी॥ कांटों
Read Moreखुशियों का मौसम मतवाला ,इससे खोलो दुख का ताला। जब छिटके चांदनी सुहानी ,नौकायन कर झील में लाला। शिमला और
Read Moreहमको इंद्रधनुष अति भाता। पावस के अम्बर में आता।। सात रंग का धनुष इंद्र का। बैंगन जैसा रँग है चहका।।
Read Moreरिमझिम रिमझिम बरसे पानी टर्र टर्र बोले मेढ़क पंख फैलाए नाचे मोर गुड़िया बोले मैं भी नाचूं भीगू इस बरसात
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