बाल कविता – चिड़िया
फुदक-फुदक कर नाचती चिड़िया, दाना चुंगकर उड़ जाती चिड़िया हरी-भरी सुंदर बगिया में, मीठे-मीठे गीत सुनाती चिड़िया अपने मिश्रीघुले बोलों
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Read Moreअपनी सारी कथा सुनाती। कहती ‘मैं पुस्तक कहलाती।।’ ‘मेरे अन्दर गीत कहानी। मेढक मछली नाना नानी।। रंग –
Read Moreउमड़ घुमड़कर आते बादल जल की बूँदे लाते बादल — पड़ी फुहारें रिमझिम-रिमझिम पिघल रहा है पर्वत से हिम अनुपम
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