सूरज रोज निकलता है
सुबह निकलकर दिन भर चलता,हुई शाम तो ढलता है ।सूरज रोज निकलता है जी,सूरज रोज निकलता है । पूरब से
Read Moreसुबह निकलकर दिन भर चलता,हुई शाम तो ढलता है ।सूरज रोज निकलता है जी,सूरज रोज निकलता है । पूरब से
Read Moreछाछ बिलोती मेरी अम्मा।करे मथानी धम्मक – धम्मा।। सूरज ने निज आँखें खोली।कुक्कड़ कूँ की सुनते बोली।।गूँज उठी ध्वनि रुनझुन
Read Moreउमरादाह वन में चुनाव सम्पन्न हुआ। इस बार अरण्य ध्वज पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ।
Read More“ओह गॉड ! तो तुम घर पर ही हो। मैंने तुम्हें कहाँ–कहाँ नहीं ढूँढा; और
Read Moreमन मचले तो वश में करना,मन को सच्चा सुंदर रखना।नया कोई संकल्प बनाकर,हर दिन ही कुछ बेहतर करना।दिशा हीन जीवान
Read Moreमोक्षांश कक्षा आठवीं का होशियार बच्चा था,उसे अपनी होशियारी पर बड़ा घमंड था।हो भी क्यों न,अपनी क्लास में टॉपर जो
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