वेद प्रचार में सभी श्रेष्ठ कार्यों का समावेश होने से यही कर्तत्व है
ओ३म् भारत में वेद प्रचार का शुभारम्भ महाभारत युद्ध के बाद पहली बार महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने अपनी शिक्षा पूरी
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Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द महाभारतकाल के बाद उत्पन्न महापुरुषों में सत्यज्ञान व उसके प्रचार व प्रसार के कार्यों को करने
Read More’रामकथाः उत्पत्ति एवं विकास’ हिन्दी की सेवा के प्रति सर्वतोभावेन समर्पित विद्वान डॉ. कामिल बुल्के द्वारा लिखित एक असाधारण ग्रंथ
Read Moreओ३म् क्या ईश्वर की उपासना की जानी साहिये? ईश्वर है या नहीं, यदि है तो कैसा है, उसका स्वरुप
Read Moreओ३म् मूर्तिपूजा से तात्पर्य ईश्वर की वैदिक शास्त्रों के अनुसार पूजा, ध्यान व स्तुति-प्रार्थना-उपासना न कर एक कल्पित पाषाण
Read Moreओ३म् हम परस्पर जब किसी से मिलते हैं तो परिचय रूप में अपना नाम व अपनी शैक्षिक योग्यता सहित
Read Moreओ३म् मनुष्यों की समस्त जनसंख्या इस भूगोल के प्रायः सभी व अनेक भागों में बस्ती है। सारी जनसंख्या आस्तिक
Read Moreबदलाव के मायने : सकारात्मक बदलाव यानी ऐसा बदलाव जो जीव, प्रकृति और पर्यावरण के वर्तमान एवं भविष्य के लिए
Read Moreओ३म् संसार में लोग उचित व अनुचित कार्य करते हैं। अनुचित काम करने वालों को सामाजिक नियमों के अनुसार
Read Moreओ३म् कल हमने श्री नगेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय जी लिखित ऋषि दयानन्द के बंगला जीवन चरित के हिन्दी अनुवाद का आरम्भिक
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