मुस्लिम देशो और भारत के मुसलमानों द्वारा इसराइल को zionist राज्य कहकर बदनाम किया जाता है. आइए, इसराइल के बारे बुनियादी जानकारी देखते हैं. इसराइल में संविधान के “बुनियादी नियमों” (Basic Laws) के अनुसार इस्राइली ‘यहूदी’ राज्य है और सभी धर्मों के मानने वालों को अपने विश्वास के अनुसार अपने मज़हब स्वतंत्रता की अनुमति है. […]
इतिहास
दुर्लभ चित्रों के संग्राहक : सत्य नारायण गोयल
प्रसिद्ध फोटो चित्रकार श्री सत्यनारायण गोयल का जन्म नौ जुलाई, 1930 को आगरा में हुआ था.1943 में वे संघ के स्वयंसेवक बने.1948 के प्रतिबन्ध के समय वे कक्षा 12 में पढ़ रहे थे. जेल जाने से उनकी पढ़ाई छूट गयी. अतः उन्होंने फोटो मढ़ने का कार्य प्रारम्भ कर दिया. कला में रुचि होने के कारण […]
आज वीरांगना लक्ष्मीबाई भी शहीद हुयी .(18 जून 1958 )
“खंजर की चमक खनक तलवार की खौफ से जीता था दुश्मन सदा जिसके वार से कांपते थे दिल ..डोलती थी सत्ता जिसके नाम से गुडिया नहीं भायी उसको चूड़िया न सुहाई वक्त को शब्द जो बोलती थी तलवार से तौलती थी बंदूक भाला बरछी सखी दोस्त बन चले थे था घुड़सवारी शौक .. वीरबाना जिसका […]
शिवा जी और ‘हिन्दू साम्राज्य’ का झूठ
मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ की मेरे फेसबुक के कई मित्रो ने आज ‘हिन्दू साम्राज्य दिवस’ की शुभकामनायें दे रहे थे । पहले तो मुझे समझ ही नहीं आया की यह कौन सा नया दिवस पैदा हो गया। पूछने पर एक मित्र ने बताया की आज यानि 11जून को महाराजा शिवा जी का राज्य अभिषेक संस्कार […]
वीर शिवाजी जी मुस्लिम नीति एवं औरंगज़ेब की धर्मान्धता- एक तुलनात्मक अध्ययन
वीर शिवाजी जी मुस्लिम नीति एवं औरंगज़ेब की धर्मान्धता- एक तुलनात्मक अध्ययन महाराष्ट्र के पुणे से सोशल मीडिया में शिवाजी को अपमानित करने की मंशा से उनका चित्र डालना और उसकी प्रतिक्रिया में एक इंजीनियर की हत्या इस समय की सबसे प्रचलित खबर हैं। दोषी कौन हैं और उन्हें क्या दंड मिलना चाहिए यह तो […]
भारत की आज़ादी
१५ अगस्त १९४७ को इन्डिया आज़ाद हुआ था। वह एक अधूरी आज़ादी थी। हम मानसिक रूप से गुलामी की अवस्था में ही जी रहे थे। २६ मई, २०१४ को भारत आज़ाद हुआ। हमने मानसिक गुलामी की जंजीरें तोड़ डाली। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सर्वत्र भारत दिखाई पड़ रहा था। ब्रिटेन […]
पौराणिक प्रलय- मिथक या इतिहास? (दूसरी क़िस्त)
मित्रो, आचार्य चतुरसेन की पुस्तक ‘वय: रक्षामः’ पर आधारित आपने मेरे पिछले लेख में पढ़ा कि पौराणिक प्रलय क्या थी. अब आगे पढ़िए। हालांकि प्रलय ने सभी कुछ तहस-नहस कर दिया था परन्तु फिर भी मनु द्वारा बसाई सुषा नगरी, जो कि मन्युपुरि कहलाती थी, उसके कुछ भाग जलमग्न नहीं हुए थे। फिर भी नगरी […]
पौराणिक प्रलय – मिथक या इतिहास ? (पहली क़िस्त)
दुनिया के सभी प्रमुख धर्म ग्रंथों में ऐसी मान्यता है कि प्राचीन काल में ‘प्रलय’ आई थी। इस प्रलय का हिन्दू धर्म ग्रंथों में ऐसा वर्णन है कि मनु ने एक बेड़ा बनाया और उसमें दुनिया के सभी जीव जंतुओं को एकत्र किया और उन्हें प्रलय के प्रकोप से बचाया। बाद में इन्हीं बचे हुए […]