आर्यसमाज का सदस्य बनने से जीवन की उन्नति व अनेकानेक लाभ
ओ३म् ईश्वर इस सृष्टि का रचयिता व पालक है। मनुष्य व अन्य सभी प्राणियों को जन्म देने वाला भी
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Read Moreजी हाँ! आपने ठीक पहचाना, मैं हिंदी ही बोल रही हूँ, वही १४ सितम्बर वाली हिंदी, जिसे आप पिछले ६७ वर्षों
Read Moreसंस्कृत और वैदिक मैथ्स सीखने का काम संभव होगा ओपन लर्निंग और ऑनलाइन कोर्स के ज़रिए से. आम तौर पर
Read Moreसहना क्यूँ कब तक बहना ? जब तक केवल वो बहु थी कुछ नहीं रही उसकी औकात न घर की
Read Moreओ३म् –ऋषि दयानन्द उपदेश- मनुष्य का) देह और अन्तःकरण जड़ है, उनको शीतोष्ण प्राप्ति और भोग नहीं है जैसे
Read Moreआ गया राखी का पर्ब राखी का त्यौहार आ ही गया ,इस त्यौहार को मनाने के लिए या कहिये की
Read Moreइस अनन्त ब्रह्माण्ड के अन्तर्गत विभिन्न ग्रहों व उपग्रहों से युक्त सौर परिवार और उस सौर परिवार के सदस्य के
Read Moreओ३म् आर्यसमाज के गगन मण्डल के जाज्वल्यमान नक्षत्र, महान वैदिक विद्वान कीर्तिशेष ऋषिभक्त पं. राजवीर शास्त्री जी के
Read Moreओ३म् भारत में वेद प्रचार का शुभारम्भ महाभारत युद्ध के बाद पहली बार महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने अपनी शिक्षा पूरी
Read Moreओ३म् प्रस्तुतकर्त्ता की टिपण्णी : आज हम महात्मा गांधी की अध्यक्षता में सम्पन्न राष्ट्र–भाषा सम्मेलन में 29 दिसम्बर, 1928 को
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