आत्मा का स्वराज्य
ओ३म् डा. रामनाथ वेदालंकार जी वेदों के प्रसिद्ध विद्वान थे। अनेक विद्वानों के श्रीमुख से हमने उनके लिए वेदमूर्ति सम्बोधन
Read Moreओ३म् डा. रामनाथ वेदालंकार जी वेदों के प्रसिद्ध विद्वान थे। अनेक विद्वानों के श्रीमुख से हमने उनके लिए वेदमूर्ति सम्बोधन
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द का पं. लेखराम रचित जीवन चरित पढ़ते समय एक बार हमारी दृष्टि में यह तथ्य आया कि
Read Moreवाल्मीकि रामायण में मर्यादा पुरुषोतम श्री राम चन्द्र जी महाराज के पश्चात परम बलशाली वीर शिरोमणि हनुमान जी का नाम
Read Moreचैत्र माह की पूर्णिमा हनुमान जयंती के रूप मे मनाया जाता है, यह हिन्दुओ और पवनपुत्र के भक्तो के लिये
Read Moreओ३म् वेद को पढ़ना पढ़ाना चाहिए वेद को सुनना सुनाना चाहिए।। वेद के अनुकूल हो हे आर्यों आचरण अपना बनाना
Read Moreओ३म् महर्षि दयानन्द ने वेद प्रचार की अपनी यात्राओं में बंगाल वा कोलकत्ता को भी सम्मिलित किया था। वह राष्ट्रकवि
Read Moreपहले के पार्थ सारथी कृष्ण को लगभग ३५०० वर्षों बाद हम में से कुछ लोग अब कुछ समझ पाए हैं
Read More“हिंदी में अँग्रेजी और रोमन लिपि की स्वीकार्यता आखिर किस सीमा तक?” – इस एक ही प्रश्न में समाहित द्विप्रश्नीय
Read Moreमेरी शॉप पर एक लड़की कभी कभी कपडे लेने आती है उम्र होगी कोई 20-22 साल की हंसमुख सी, शायद
Read More“राम राज्य नहीं अशोक राज्य चाहिए।” यह बयान एक केंद्रीय मंत्री ने डॉ अम्बेडकर जयन्ती पर एक सार्वजानिक कार्यक्रम में
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