फोटो फुटौवल
आज के युग में आदमी से अधिक आदमी के फोटो का महत्त्व है।क्योंकि आदमी का क्या,वह तो कभी भी टाटा
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Read Moreआज कॉलोनी में सुबह-सुबह जैसे ही एक प्रश्न गूँजा- “पप्पू पास हो गया?” प्रत्युत्तर में मानो कॉलोनी में कोरस सा
Read Moreसत्ताधारी कहते हैं- गरीबों का विकास हुआ। विपक्ष कहता है-गरीबी का विकास हुआ। अपनी तो खोपड़ी घूम जाती है भाई
Read Moreमैं शिक्षक हूँ। एक ऐसे विषय का जिसे न बच्चों पढ़ने में विशेष रुचि है न माँ-बाप की पढ़वाने में।
Read Moreअक्सर जब मैं अपनी कोई बात, अपनी पत्नी से मनवाना चाहता हूं, तो गुस्से में आकर कह देता हूं, मेरी
Read Moreआज नहाते नहाते एक ख्याल आया. आपने नोट किया होगा अक्सर यह ख्याल नहाते और पेट साफ करते वक़्त ही
Read Moreयह ‘कीचड़-उछाल संस्कृति’ का युग है। यत्र-तत्र-सर्वत्र कीचड़- उछाल उत्सव का वातावरण है। कोई भी कीचड़ उछालने में पीछे नहीं
Read Moreचुनाव से पहले और चुनाव के बाद हजारों उठा पटक,लटके झटके और भांति-भांति के बोल बच्चन सुनने के बाद भी
Read Moreउँगली करना अच्छी बात नहीं है। परिवार से लेकर विद्यालय तक और सेवा से लेकर सामाजिक जीवन तक यही सिखाया
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