हल्के लोग (कविता)
हल्के लोग करते हैं सदैव हल्की ही बातें और करते हैं सबसे ये उम्मीद क़ि उनकी हल्की बातों को भारी
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Read Moreआज, जो ये आज है कल नहीं रह जाएगा। बारिश के बादलों सा कुछ बरसेगा कुछ रह जाएगा॥हर बात हर
Read Moreहर कदम पर मुझे दबाने का प्रयास किया जा रहा है फिर भी मुझे स्त्री होने का गर्व है! सुरक्षित
Read Moreमेरे हमनसी मेरे दिलबर अपने प्यार का पता दे तू दूर क्यों है हमसे इतना जरा पता दे तेरे प्यार
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