गीतिका/ग़ज़ल जयनित कुमार मेहता 22/07/2020 ghazal, jaynit, गज़ल, जयनित ग़ज़ल सितम ए आसमाँ, ऐसा ज़मीं पर हो नहीं सकता मेरे जीते-जी ये हो जाए बंजर, हो नहीं सकता यही सच्चाई Read More
कविता ऋषभ तोमर 14/06/202001/07/2020 गज़ल, प्रेम सुरभि पीड़ा में प्रकृति का मन छिन्न भिन्न कर डाला उसको प्रकृति के भींगे है नयन तभी कोरोना तभी अधियाँ आफत आई है ये गहन मिली Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 17/04/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल लगता है ज़िन्दगी से वह ऊब गया तभी तो मेरी मोहब्बत में डूब गया औरों से अलग था हर अन्दाज़ Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 17/04/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल आशिक़ी हूं मैं किसी और की कह गई छत से पहले ही दीवार ढह गई जब से सुलझाया उसके गेसुओं Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 17/04/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल लो कहता हूं जो कहा नहीं धड़कनों में मेरी हो तुम्हीं चलो बसाएं एक दुनिया इस दुनिया से दूर कहीं Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 17/04/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल हुई भूल जो समझा उन्हें शाइस्ता जाती है अब जान आहिस्ता-आहिस्ता करना ना मोहब्बत कभी बेक़दरों से ऐ दिलवालों तुझे Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 24/01/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल आग नहीं हूं मैं कुछ लोग फिर भी जलते हैं मुझको गिराने में वो हर बार फिसलते हैं उनसे भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 20/01/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल खुद को तुम समझाकर तो देखो दर्द में भी मुस्कुराकर तो देखो जरूरतें हो जाएंगी कम तेरी भी ईमानदारी से Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 10/01/202013/01/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल बेबसी की आख़िरी रात कभी तो होगी रहमतों की बरसात कभी तो होगी जो खो गया था कभी राह-ए-सफ़र में Read More
गीतिका/ग़ज़ल आलोक कौशिक 09/01/202016/01/2020 आलोक कौशिक की ग़ज़लें, गज़ल ग़ज़ल मानव ही मानवता को शर्मसार करता है सांप डसने से क्या कभी इंकार करता है उसको भी सज़ा दो गुनहगार Read More