गीतिका/ग़ज़ल नीरज निश्चल 14/04/2018 सुरभि मै हर रोज दुआओं में रब से तुझे ही मांगूगा आखिर यूँ ही सताने की कोई तो हद होगी ही । तेरे लौट न आने की कोई तो हद होगी Read More