बाल कविता

बालगीत – सर्दी ,गर्मी और बरसात

गर्मी गरम – गरम रसगुल्ला , सर्दी रबड़ी और मलाई ,

कॉफी – चाय सुड़कती सर्दी , गर्मी शरबत और ठंडाई |

गर्मी कुरता – पाजामे पर , बड़ा अंगौछा डाल के आई ,

सर्दी  मफलर खूब   लपेटे , कोट पहनकर बांधे टाई |

गर्मी ढूँढ़े पंखा – कूलर , सर्दी गरम  अंगीठी  लाई ,

चादर तान  के सोये  गर्मी , सर्दी खाँसे ओढ़ रज़ाई |

वर्षा रंग – बिरंगी छतरी , सिर पर तान खूब इतराई ,

जंगल बूट पहन कर नाचे  ,कीचड़ मे भी करे ढिठाई |

अरविन्द कुमार साहू

अरविन्द कुमार साहू

सह-संपादक, जय विजय

One thought on “बालगीत – सर्दी ,गर्मी और बरसात

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छा बाल गीत !

Comments are closed.