कविता

कविता : ऐन केन प्रकेन करके

ऐन केन प्रकेन करके जैसे तैसे
विकास की ट्रेन को रोक दो
हमारा हाथ गंदा हो गया है
एक नया नकली हाथ खडा कर दो
जनता का क्या है
वह तो लोभी है
आदत है उसे झूठे वादों की
नकली हाथ को कहो
ढेर सारे झूठे वादे कर दो
हमसे रूठी जनता
नकली हाथ को ही वोट देगी
मगर कुछ भी हो जाये
देश की राजधानी में
विकास की आंधी आने से रोक दो
धीरे धीरे नकली मुखौटा बना
हमारा हाथ हमें मजबूत करेगा
जहाँ जहाँ हमने किया है भ्रष्टाचार
वहाँ वहाँ हमें मजबूत करेगा
रखना है उस महत्त्वाकांक्षी को अपने साथ
जिसने जी लगाकर कभी काम ना किया
मगर जी जी करके सबको बर्गला दिया……..

संगीता कुमारी

संगीता कुमारी

पिता का नाम---------------श्री अरुण कुमार माथुर माता का नाम--------------श्रीमती मनोरमा माथुर जन्मतिथी------------------- २३ दिसम्बर शिक्षा सम्बंधी योग्यता-----दसवीं (सी.बी.एस.ई) दिल्ली बारहवीं (सी.बी.एस.ई) दिल्ली बी.ए, दिल्ली विश्वविद्धालय एम.ए (अंग्रेजी), आगरा विश्वविद्धालय बी.एड, आगरा विश्वविद्धालय एम.ए (शिक्षा) चौधरी चरणसिंह विश्वविद्धालय रुचि--------------------------पढना, लिखना, खाना बनाना, संगीत सुनना व नृत्य भाषा ज्ञान-------------------हिंदी, अंग्रेजी काव्य संग्रह--- ह्रदय के झरोखे (यश पब्लिकेशन दिल्ली, शाहादरा) कहानी संग्रह--- अंतराल (हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर उत्तर प्रदेश) काव्य संग्रह संगीता की कवितायें (विंध्य न्यूज नेट्वर्क) पता--- सी-72/4 नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन, टाउन शिप, नरोरा, बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, पिन—203389 मोबाईल नम्बर—08954590566 E.mail: sangeeta2716@gmail.com sangeeta.kumari.5095@facebook.com www.sangeetasunshine.webs.com