कविता

कविता- देश भक्ति की लहर

देश भक्ति का पाठ
चलो सबको पढ़ाते हैं ।
हर घर में सोया है सुभाष
आओ मिलकर जगाते हैं ।
शेखर आजाद भी कहीं
किसी भीड़ में खोए हैं ।
पग पग पग बढ़ाते चलो
उन्हे फिर ढूंढ लाते हैं ।
भकत सिंह की तेज को
प्रकाश की आश बनाते हैं ।
देश भक्ति का पाठ
चलो सबको पढ़ाते हैं ।
बिस्मिल की आंधी
एक बार फिर ले आते हैं ।
श्री लाल-बाल और पाल की
ज्योत फिर जलाते हैं ।
देश भक्ति का पाठ
चलो सभी को पढ़ाते हैं ।
अटल की अटलता का
रूख फिर बन जाते हैं ।
शास्त्री जी सा साहस लाकर
नए क्रांती का जनक बन जाते हैं ।
इकबाल की कलम से
सोए देश को बुलाते हैं ।
बंकिमजी के भाव से
राष्ट्र का जयघोष लगाते हैं ।
देश भक्ति का पाठ
चलो सभी को पढ़ाते हैं ।
सोया पड़ा है देश मेरा
इसका आलस मिलकर भगाते हैं ।
आओ देश के सपूतों
देश भक्ति की लहर चलाते हैं ।।

मुकेश सिंह
सिलापथार, असम
9706838045
mukeshsingh427@gmail.com

मुकेश सिंह

परिचय: अपनी पसंद को लेखनी बनाने वाले मुकेश सिंह असम के सिलापथार में बसे हुए हैंl आपका जन्म १९८८ में हुआ हैl शिक्षा स्नातक(राजनीति विज्ञान) है और अब तक विभिन्न राष्ट्रीय-प्रादेशिक पत्र-पत्रिकाओं में अस्सी से अधिक कविताएं व अनेक लेख प्रकाशित हुए हैंl तीन ई-बुक्स भी प्रकाशित हुई हैं। आप अलग-अलग मुद्दों पर कलम चलाते रहते हैंl