गीतिका/ग़ज़ल

करीब आ जाओ

गर जानना है मुझको करीब आ जाओ
पहचानना है मुझको करीब आ जाओ,

दुआ सलाम से फितरत नहीं जानी जाती
दिल्लगी है तो फिर हाल ए दिल सुना जाओ,

किनारे बैठ कर दरिया की गहराई नहीं मिलती
जो सागर से मोहब्बत है तो सागर में समा जाओ,

मंदिर मस्जिद से इबादत का भरम होता है
फना हो जाओ मुझ में तुम ही तुम नजर आओ,

हर सांस तेरे नाम हो तेरी याद में हर सांस हो
धडकनों में घुलकर तुम दिल में मेरे समा जाओ,

राजेश सिंह

पिता. :श्री राम चंद्र सिंह जन्म तिथि. :०३ जुलाई १९७५ शिक्षा. :एमबीए(विपणन) वर्तमान पता. : फ्लैट नं: ऐ/303, गौतम अपार्टमेंट रहेजा टाउनशिप, मलाड (पूर्व) मुंबई-400097. व्यवसाय. : मुख्य प्रबंधक, राष्ट्रीयकृत बैंक, मुंबई मोबाइल. :09833775798/08369310727 ईमेल. :raj444singhgkp@gmail.com