कविता

श्री राम स्तुति

त्याग का पर्याय
प्रतीक शौर्य का
पुरुषों में उत्तम
संहर्ता क्रौर्य का

परहित प्रियता
भ्राताओं में ज्येष्ठ
कर्तव्य परायण
नृप सर्वश्रेष्ठ

शरणागत वत्सल
हैं आश्रयदाता
दशरथ नंदन
भाग्य विधाता

भजे मुख मेरा
तेरा ही नाम
जय सिया राम
जय श्री राम

:- आलोक कौशिक

आलोक कौशिक

नाम- आलोक कौशिक, शिक्षा- स्नातकोत्तर (अंग्रेजी साहित्य), पेशा- पत्रकारिता एवं स्वतंत्र लेखन, साहित्यिक कृतियां- प्रमुख राष्ट्रीय समाचारपत्रों एवं साहित्यिक पत्रिकाओं में सैकड़ों रचनाएं प्रकाशित, पता:- मनीषा मैन्शन, जिला- बेगूसराय, राज्य- बिहार, 851101, अणुडाक- devraajkaushik1989@gmail.com