राजनीतिलेख

एक नेता : अनेक दास्तान

भारतीय राजनीति में दो दलित नेता स्व. जगजीवन राम और श्री राम विलास पासवान बेहद अवसरवादी माने गए हैं, केंद्र में जिनकी भी सरकारें रही, उनदोनों ने केंद्रीय मंत्री का ‘क्रीमीलेयर’ पद जरूर सुशोभित किया है । कम से कम 5 प्रधानमंत्रियों के सान्निध्य में जरूर ही रहे! इसतरह से पाला बदलने के कारण ही राजनीतिज्ञ मित्र उन्हें जीत का मौसमानुमान लिए मौसम वैज्ञानिक कहते हैं ।
माननीय श्री पासवान जी अवसरवादी के साथ-साथ बेहद परिवारवादी भी हैं, उपलब्ध सभी भाई– सांसद, विधायक व विधान पार्षद जरूर ही । बेटा, दामाद, समधी भी ऐसे पदों में हैं जरूर!

चारित्रिक शुचिता बिल्कुल नहीं, पहली पत्नी ग्रामीण होने के कारण उसने दूसरी शादी पंजाबी ब्राह्मण एयरहोस्टेस रीना शर्मा से रचाये । पूर्व फ़िल्म अभिनेता चिराग उन्हीं से पुत्र है।

राज्यसभा दस्तावेजों के अनुसार उनकी जन्मतिथि फरवरी 1946 है, जबकि प्रमाणपत्रों के अनुसार 5 जुलाई 1946 है । यह भी विवाद का कारण है, क्योंकि 1969 में जब वे पहलीबार विधायक चुने गए थे, तो वे 23 साल के थे, जबकि विधायक या सांसद बनने के लिए न्यूनतम आयुसीमा 25 वर्ष होती है । इसका आशय है, प्रथम बार अवैद्य तरीके से विधायक बने थे ।
एकबार श्रीमती मीरा कुमार, सुश्री मायावती के विरुद्ध वे उत्तरप्रदेश अथवा मध्यप्रदेश से भी चुनाव लड़ चुके हैं!

1989 में हाजीपुर (सुरक्षित) सीट से साढ़े पाँच लाख से अधिक की रिकॉर्डेड मतों की मार्जिन से लोकसभा चुनाव जीतकर देश के प्रथम राजनीतिज्ञ बने, जिनका नाम ‘गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ ने एतदर्थ दर्ज किया।

भारतरत्न वाजपेयीजी उनके स्पीड भाषणशैली के कद्रदान रहे हैं । बावजूद वाजपेयीजी को धोखा दिए, किन्तु उनके शिष्य मोदीजी के साथ हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी वे रसायन, उर्वरक व खाद्य मंत्री हैं, पर अब वे राज्यसभा से हैं । इसबार व पहलीबार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़े !
पटना यूनिवर्सिटी और झांसी यूनिवर्सिटी से उन्होंने MA किया है, किन्तु कंट्रोवर्सी भी है कि पटना यूनिवर्सिटी से रेगुलर कोर्स के रूप में MA और LL.B. एकसाथ करने के कारण उनकी डिग्री विवाद लिए है । क्योंकि इनमें एक ही डिग्री वैध है ।
कहा जाता है, श्री पासवान ने बिहार लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक संबंधित परीक्षा निकालकर DSP हेतु भी चयनित हुए थे!

पहलीबार वीपी सिंह की सरकार में मंत्री बने थे । रेल मंत्री से होते हुए आज खाद्य मंत्री हैं । डॉ राजेन्द्र प्रसाद भी राष्ट्रपति बनने से पहले केंद्रीय खाद्य मंत्री थे । अपेक्षा है, इनसे यह मौसमानुमान है कि उन्हें ‘राष्ट्रपति’ बनने का अवसर जरूर मिल सकेगा !

अगर उनकी जन्मतिथि 5 जुलाई ही है, तो माननीय पासवान जी के शतायुजीवन और उच्चतम कैरियर लिए उनके जन्मदिवस उन्हें सहित उनके सभी शुभेच्छुओं को शुभमंगलकामनाएँ!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.