इतिहास

पहला कवयित्री सम्मेलन

जब मैंने पहले कवि सम्मेलन के बारे में लेख लिखा तो मन में यह विचार आया कि पहला कवयित्री सम्मेलन भी कभी न कभी हुआ होगा.कब हुआ होगा,कहाँ हुआ होगा और किसने करवाया होगा जैसे प्रश्न मन में उठे.कुछ मित्रों से चर्चा भी की.
पता चला कि पहले कवि सम्मेलन के ठीक दस साल बाद पहला कवयित्री सम्मेलन प्रयाग महिला विद्यापीठ द्वारा सन-1933 में “अखिल भारतवर्षीय महिला कवि सम्मेलन” के नाम से महीयसी महादेवी वर्मा जी के संयोजन में आयोजित किया गया था, जिसकी अध्यक्षता उस समय की प्रसिद्ध कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान जी ने की थी.
यह कार्यक्रम भले ही इलाहाबाद में आयोजित किया गया था पर इसमें कानपुर का सर्वाधिक प्रतिनिधित्व तीन कवयित्रियों के रूप में था-विष्णु कुमारी मंजु जी(कानपुर की पहली कवयित्री), राम कुमारी चौहान जी और उनकी बहन राजकुमारी जी. इनके अलावा इस कार्यक्रम में विद्यावती “कोकिल” जी, रामेश्वरी देवी “चकोरी” जी, किशोरी देवी जी और तोरण देवी “लली” जी ने भी भाग लिया था.
डाॅ. कमलेश द्विवेदी