गुरु विरजानन्द और ऋषि दयानन्द में विद्या का आदान-प्रदान
स्वामी दयानन्द ने अपने गुरु को विद्या का सूर्य कहा है। यह बात वही कह सकता है जो स्वयं विद्या
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Read Moreगीत का सीधा सम्बंध गेयता से है, कण्ठ से है। गीत! जो उल्लास, प्रसन्नता और उमंग का ही प्रतीक नहीं है,
Read Moreओ३म् इस संसार को और हमें बनाने वाला, जन्म देने वाला, पालन करने वाला व वृद्धावस्था आदि में मृत्यु को
Read Moreओ३म् हमारे सनातनी बन्धुओं में मूर्तिपूजा सबसे प्रमुख अनुष्ठान है। शायद उन्हें यह भी पता नहीं है कि भारत में
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द ने अपने साहित्य में अनेक स्थानों पर ‘साम्राज्य’ व ‘चक्रवर्ती–राज्य’ की ईश्वर से प्रार्थना व मांग की
Read Moreओ३म् बुद्धिपूर्वक अर्थात् ज्ञानपूर्वक कर्म करने वाले प्राणियों को मनुष्य कहते हैं। मनुष्य की पहचान उसके पास बुद्धि अर्थात् सत्य
Read Moreओ३म् आजकल संसार के सभी व अधिकांश मनुष्य धन की ओर भाग रहे हैं। संसार की बात न कर अपने
Read Moreईशावास्योपनिषद् में कुल 17 मन्त्र हैं। इस लेख में ईशावास्योपनिषद् के मन्त्र क्र्रमांक 12 से 14 पर ऋषि दयानन्द के
Read Moreहमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने गौरक्षकों को लेकर टिप्पणी की है। मेरे विचार से मोदी जी को गौरक्षकों की आलोचना
Read Moreयह भ्रान्ति इसलिए फैली क्यूंकि विदेशी इतिहासकारों ने वेदों में इतिहास को माना। वर्तमान में वेदों में इतिहास के सम्बन्ध
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