गीत/नवगीत

हमसफ़र चाहता हूँ

हमसफ़र चाहता हूँ,

बस इक तेरी नज़र चाहता हूँ।

जिन्दगी कुछ यूँ हो मेरी,

बस इक घर चाहता हूँ॥

हमसफ़र चाहता हूँ॥

कदम दो कदम जो चलना जिन्दगी में

कदमों पे तेरे, कदम चाहता हूँ।

लबों पे खुशी हो तेरे सदा

ऐसी कोई कसम चाहता हूँ।

हमसफ़र चाहता हूँ॥

राह-ए-जिन्दगी होगी हसीन

ग़र संग हम दोनों चलें

फूलों में देखो, हैं रंग कितने

उन्हीं में जीवन बसर चाहता हूँ।

हमसफ़र चाहता हूँ॥
राजीव उपाध्याय

राजीव उपाध्याय

नाम: राजीव उपाध्याय जन्म: 29 जून 1985 जन्म स्थान: बाराबाँध, बलिया, उत्तर प्रदेश पिता: श्री प्रभुनाथ उपाध्याय माता: स्व. मैनावती देवी शिक्षा: एम बी ए, पी एच डी (अध्ययनरत) लेखन: साहित्य एवं अर्थशास्त्र संपर्कसूत्र: rajeevupadhyay@live.in

2 thoughts on “हमसफ़र चाहता हूँ

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया गीत !

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