पद्य साहित्यहाइकु/सेदोका

होली की आप सबको हार्दिक बधाई

1
अँक हो तंग
मिटे जलन जंग
स्नेह बौछारें ।
2
धूल की होली
बवंडर बनाती
हवा खेलती ।
3
रंग बौछार
सतरंगी बहार
खुश संसार ।
4
आशीष रंग
चमक बिखेरता
गुलाल संग ।
5
सखियाँ टोली
रंगों से भरी झोली
प्यार की हो ली।
6
होली ज्यूँ आती
उन्मादित उमंग
कलुष धोती ।
7
प्रसाद होला
नवान्नेष्टि यजन
होलिकोत्सव।
8
ह्लादिका होली
रंग जाने ना जाति
दूर हो हौली।
.
हौली=मदिरा उतारने , बेचने का स्थान
9
राधा को रंगा
निज रंग दे डाला
हैं श्याम कान्हा।
10
उड़ा गुलाल
धनक बनी धरा
गगन लाल।

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*विभा रानी श्रीवास्तव

"शिव का शिवत्व विष को धारण करने में है" शिव हूँ या नहीं हूँ लेकिन माँ हूँ

3 thoughts on “होली की आप सबको हार्दिक बधाई

  • विजय कुमार सिंघल

    आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनायें !

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी हाइकु !

    • विभा रानी श्रीवास्तव

      शुक्रिया आपका

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