कवितापद्य साहित्य

कैसे नमन करूं जगमोहन..?

कैसे नमन करूं जगमोहन
तेरी मूरत पाट की,
कैसे तरणी पार लगाऊं
गगरी फूटी घाट की..!
मेरे तो तुम ही गिरधारी,
मुरली-तान लगाने वाले,
बांस-वास से मैं अनभिज्ञ,
डाली तोड़ी काठ की..!
तुमने अपने प्रेम रास से,
राधा को बहकाया,
बहकी मैं भी आज बाँधने,
मीरां डोरी गाँठ की..!

एस. एन. प्रजापति

सूर्यनारायण प्रजापति

जन्म- २ अगस्त, १९९३ पता- तिलक नगर, नावां शहर, जिला- नागौर(राजस्थान) शिक्षा- बी.ए., बीएसटीसी. स्वर्गीय पिता की लेखन कला से प्रेरित होकर स्वयं की भी लेखन में रुचि जागृत हुई. कविताएं, लघुकथाएं व संकलन में रुचि बाल्यकाल से ही है. पुस्तक भी विचारणीय है,परंतु उचित मार्गदर्शन का अभाव है..! रामधारी सिंह 'दिनकर' की 'रश्मिरथी' नामक अमूल्य कृति से अति प्रभावित है..!

6 thoughts on “कैसे नमन करूं जगमोहन..?

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया !

    • सूर्यनारायण प्रजापति

      धन्यवाद बड़े भाईसाब

  • डॉ ज्योत्स्ना शर्मा

    बहुत सुन्दर !

    • सूर्यनारायण प्रजापति

      धन्यवाद! दीदी

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    bahut khoob .

    • सूर्यनारायण प्रजापति

      धन्यवाद! बड़े भाई साहब

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