प्यार में जुदाई
मैं देखता रहा वो, भी देखती रही,
मैं बात करता रहा, वो भी करती रही,
वो मेरी जिंदगी में हर-पल मचलती रही,
समय ऐसा हुआ, साथ निभाने लगीं,
मैं भी उसके साथ हर पल बिताने लगा……!!
मैं उसके करीब,वो मेरे करीबी रही,
मैं सपने बुनने लगा, वो सपने देखती रही,
वो मेरे दिल में, हमेशा उभरती रही,
समयानुसार वो नखरे उतारने लगी,
ख्वाबों ख्यालों में ही महल बनाने लगा…..!!
मैं कुछ कहने लगा ,वो कुछ कहने लगी,
बात आपस में, तकरार की बढने लगी,
एक दूजे का, प्यार तपड़पने लगा,
बीच की दूरीयां अब बढने लगी,
अब यादो के जरिए दिन बिताने लगा……!!
मैं दूर होता गया,वो दूर होती गई,
मैं अपलक देखता रहा,वो जाती रही,
क्षितिज में शुन्य बनकर समाती रही,
मुझे अकेला छोड़कर वो जाती रही,
मेरे आँखों से आँसू छलकने लगा…..!!
@रमेश कुमार सिंह /१७-०७-२०१५