कविता

आओ हालात बदलें…

उदास से दिन, मायूस सी रात बदलें।
आओ सब मिलकर ये हालात बदलें॥

घोल रही हैं नफरत का जहर हवाओं में जो।
आओ सब मिलकर जहरीली वो बात बदलें।

तुम मेरी समझो, मैं तुम्हारे दिल की सुनुं।
आओ अब कट्टरता के ये सवालात बदलें॥

गिरा दो आस्तीन में छुपाए, खंजरों को।
आओ अब घात की हर बात बदलें॥

इससे पहले की बदल दे, कुदरत सब कुछ।
आओ हम मानवता की, जात बदलें॥

उदास से दिन, मायूस सी रात बदलें।
आओ सब मिलकर ये हालात बदलें…

सतीश बंसल

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.