बाल कविता

वैज्ञानिक कहलाऊँगा…..

मॉ मैं बडा होकर
खुब नाम कमाऊँगा
धरती के साथ-साथ
सौर्य मंडल का सैर लगाऊँगा
शुष्क विरान भूमि पर
जल का खोज करूँगा
वहॉ पहूँचकर एक
प्यारा सा घर बनाऊँगा
नन्ही-नन्ही फूलो की क्यारीयों सें
ऑगन को खुब सजाऊँगा
मेरे को देख पडोसी भी
वहॉ पर घर बनाएँगें
फिर तो वहॉ एक
छोटा सा गॉव बसॉऊँगा
इसी तरह नयी-नयीं खोज कर
एक दिन वैज्ञानिक कहलाऊँगा|
निवेदिता चतुर्वेदी

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४

3 thoughts on “वैज्ञानिक कहलाऊँगा…..

  • ओमप्रकाश क्षत्रिय "प्रकाश"

    सन्देश परक .

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी निवेदिता जी, सुंदर भावपूर्ण रचना.

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