ग़ज़ल
तुम्हारे दर्द पे मेरा कलाम हो जाये । अब तेरे साथ भी किस्सा तमाम हो जाए ।। इश्क मजबूर न
Read Moreजब सूरज करे अंधेरा, दीपक घात करे उजियारों से। साज़िश का तूफान उठे जब, घर की ही दीवारों से॥ जब
Read Moreफागुन मे बरसत रंग -पीकर भंग हुए मातंग / भूल गये दिन रात ———कहें हम सुप्रभात/ कहें हम सुप्रभात ————
Read Moreदरख्तों की छाँव तो बिताएं गिन गिन महल बहुत मुश्किल से काटते हैं दिन काश रुक पाता नदी लिए पेड़ों
Read More१. हिन्दी नववर्ष हैप्पी न्यू ईयर मत बोल शुभ नवसंवत्सर आया है चलकर स्वागत के पट खोल हमसब की अपनी
Read Moreओ३म् मनुष्य योनि मोक्ष का द्वार है। मोक्ष दुःखों से सर्वथा निवृत्ति और जन्म-मरण के बन्धन से मुक्ति को कहते
Read More