कविता

राधा कृष्ण वार्ता

यहाँ राधा और कृष्ण के बीच हुए संवाद को दर्शाया गया है जहाँ कृष्ण राधा को अपनी व्यथा बता रहे हैं और राधा उनसे कुछ प्रश्न कर रही हैं

कृष्ण बासुरी तुम्हें बुलाए
प्रीति की रीति तुम्हें सीखाए।
अब तो आजा राधे प्यारी
कृष्ण अकेले अश्क बहाए ।

बिन राधा कुछ नहीं सुहाए
स्वर्ग मिले या जग मिल जाए
तुम आओगी यकी है मुझको
चाहे ये जग बैरी हो जाए ।

अब राधा कृष्ण से उनके कहे वचनो के लिए कुछ सवाल पूछती हैं जो इस प्रकार हैं ।

काहे अकेले अश्क बहाए
मुझको ह्रदय बसा नहीं पाए
जाने से पहले पूछा था क्या
क्यों फिर जाकर लौट न पाए ।

तोड़ जमाने की जंजीरे गर राधा आ भी जाए
सबसे आगे आओगे तुम मर्यादा का पाठ उठाए
लगा के लान्छन मुझ पर कान्ह
जिओगे जग में मर्यादा निभाए ।

अनुपमा दीक्षित “मयंक”

अनुपमा दीक्षित भारद्वाज

नाम - अनुपमा दीक्षित भारद्वाज पिता - जय प्रकाश दीक्षित पता - एल.आइ.जी. ७२७ सेक्टर डी कालिन्दी बिहार जिला - आगरा उ.प्र. पिन - २८२००६ जन्म तिथि - ०९/०४/१९९२ मो.- ७५३५०९४११९ सम्प्रति - स्वतंत्र लेखन छन्दयुक्त एवं छन्दबद्ध रचनाएं देश विदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रो एवं पत्रिकाओ मे रचनाएं प्रकाशित। शिक्षा - परास्नातक ( बीज विग्यान एवं प्रोद्योगिकी ) बी. एड ईमेल - adixit973@gmail.com