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पत्रकारिता का अपना धर्म होता है : रामनाईक

लखनऊः 23 मई। ‘‘हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषीय संवाद समिति से मेरा पुराना संबंध है। मैंने 1956 से मुंबई में अवैतनिक रूप से रोज घंटा-दो घंटा काम किया है। मैं पत्रकार नहीं हूँ, केवल ग्राहक के नाते समाचार पढ़ता और देखता हूँ।‘‘
ये बातें राज्यपाल रामनाईक ने कहीं। उन्होंने मुस्कुराते हुए राजभवन और सरकार के बीच आए दिन तनाव की ओर इशारा करते हुए मुस्कुराकर यह भी कहा, ‘‘हाँ मैं समाचार उपलब्ध जरूर कराता हूँ।‘‘

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श्री नाईक लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विश्व पत्रकारिता दिवस एवं महर्षि नारद जयन्ती के अवसर पर बहुभाषीय संवाद समिति हिन्दुस्थान समाचार द्वारा आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
कयक्रम को राज्यसभा सांसद व हिन्दुस्थान समाचार के राष्ट्रीय संरक्षक आरके सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार राजनाथ सिंह सूर्य, केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलपति कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री, ईटीवी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के वरिष्ठ संपादक ब्रजेश मिश्र ने भी संबोधित किया।
“पत्रकारिता धर्म” का हुआ विमोचन
राज्यपाल श्री नाईक ने हिन्दुस्थान समाचार समिति की ओर से प्रकाशित ‘‘पत्रकारिता धर्म‘‘ विशेषांक का विमोचन भी किया। इनके साथ हिन्दुस्थान समाचार के राष्ट्रीय सचिव श्रीराम जोशी तथा प्रधान सम्पादक राकेश मंजुल भी मौजूद रहे।

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11 पत्रकारों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में 11 पत्रकारों का सम्मान भी हुआ। यह सम्मान इन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए दिया गया। सम्मानित होने वाले पत्रकारों में स्तम्भकार हृदय नारायण दीक्षित, नन्द किशोर श्रीवास्तव, आलोक त्रिपाठी, राजीव बाजपेई, श्रीमती रंजना, प्रेम शंकर मिश्र, विनय राय, राजेन्द्र गौतम, नसीमुद्दीन नदवी, सुश्री स्वाति माथुर, सुश्री रितेश सिंह शामिल रहे। इन्हें स्मृति चिन्ह, पुष्पगुच्छ, श्रीफल व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
दिव्यांग पत्रकार को मंच से उतर राज्यपाल ने किया सम्मानित
पत्रकारों के सम्मान के दौरान उस समय भावपूर्ण क्षण आया जब दिव्यांग पत्रकार मो. नसीमुद्दीन नदवी का नाम पुकार गया। लेकिन वे दिव्यांग होने की वजह से चलने में असमर्थ थे। राज्यपाल ने जब उनकी दिक्कत देखी तो वे वे खुद ही नीचे उतरने लगे। राज्यपाल के मंच से नीचे उतरते देख हाल में बैठे लोगों ने पूरा सम्मान किया। तालियां देर तक गड़गड़ाती रहीं। राज्यपाल भी सहज भाव से दिव्यांग पत्रकार को सम्मानित करते रहे।

प्रस्तुति — बृज नंदन यादव