क्षणिका

बेहाल / परेशान / दुखी

चै
डूबा
डहार
लू कासार
टूटे ज्यूँ तट
तलमलाहट
काकतालीय दुःख {1}

हो
चूनी
कुपंथी
छीने चुन्नी
स्त्री परेशानी
समाज बेहाल
देख दुष्कर्मी चाल {2}

 

*विभा रानी श्रीवास्तव

"शिव का शिवत्व विष को धारण करने में है" शिव हूँ या नहीं हूँ लेकिन माँ हूँ

2 thoughts on “बेहाल / परेशान / दुखी

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    अति सुंदर

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी विभा जी, अति सुंदर क्षणिका के लिए आभार.

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