सावन की बरसात …
बारिश की बूंदे
मोती सी चमक रही
हरे-हरे पतों पर
कली-कली खिल रही
सब कुछ धुला-धुला सा
धीमी-धीमी सी पवन
चिड़ियों की चहक
कोयल की कूक
अंबवा की महक
जामुन का स्वाद
सावन के गीत
झूलों की याद
सखियों का झुरमट
पकवानों की सुंगध
घेवर की थाल
बड़े बताशों की सफेदी
बहुत कुछ याद दिला दी
ये सावन की बरसात !!
©® प्रवीन मलिक
सुन्दर
वाह